जिला ब्यूरो चीफ संदीप दीक्षित
बांदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के सभागार में उद्यान विभाग के स्वर्णिम 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर झांसी-प्रयागराज, चित्रकूटधाम मंडल की मंडलीय औद्यानिक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने की और जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद उपस्थित रहे। इस दौरान 14 करोड़ 22 लाख की उद्यान परियोजनाएं और मंडी की 9 करोड़ 70 लाख की धनराशि से सड़क निर्माण कार्यों को समर्पित किया गया। राज्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक खेती से हटकर किसानों को कैश क्रॉप और औषधीय खेती की ओर बढ़ना चाहिए, जिससे कम क्षेत्रफल में अधिक उपज प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना पर 35 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। बुंदेलखंड क्षेत्र में महोबा के पान को विशेष पहचान दिलाने और किसानों को सब्सिडी देने की बात भी कही गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 तक पौध उत्पादन क्षमता को 28 करोड़ तक बढ़ाया गया है और वन ब्लॉक वन क्रॉप योजना पर काम चल रहा है। किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई पर 90 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। गोष्ठी में जलशक्ति राज्यमंत्री ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से सिंचाई की बड़ी समस्या दूर होगी और वैज्ञानिक पद्धति से बागवानी उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। अपर मुख्य सचिव बी एल मीणा ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण में 10 करोड़ तक अनुदान उपलब्ध है और उद्यमियों को योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया और विभागीय पुस्तिका का विमोचन भी हुआ। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और बड़ी संख्या में कृषकों की उपस्थिति रही।

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