एअर इंडिया विमान हादसे में जान गंवाने वाले चार यात्रियों के परिजनों ने अमेरिका में विमान निर्माता बोइंग और एयरोस्पेस कंपनी हनीवेल के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। परिजनों ने दोनों कंपनियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है कि इस दुर्घटना के पीछे कंपनी द्वारा बनाया गया दोषपूर्ण ईंधन कटऑफ स्विच मुख्य कारण था। मुकदमे में दावा किया गया है कि इस तकनीकी खराबी के कारण विमान सुरक्षित रूप से संचालित नहीं हो पाया, जिससे हादसा हुआ और कई मासूम जानें गईं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि विमान हादसे की पूरी जिम्मेदारी इन कंपनियों की है क्योंकि विमान निर्माण और उसके महत्वपूर्ण उपकरणों के लिए वे प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार हैं। बोइंग और हनीवेल जैसे वैश्विक स्तर पर बड़ी कंपनियों पर यह आरोप लगना न केवल उनकी साख के लिए बड़ा झटका है, बल्कि विमानन सुरक्षा मानकों पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। परिजनों ने अदालत से अपील की है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और भविष्य में इस तरह की लापरवाही को रोकने के लिए कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। विमानन क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह साबित हो जाता है कि वास्तव में ईंधन कटऑफ स्विच में तकनीकी खामी थी, तो यह वैश्विक स्तर पर बोइंग और हनीवेल दोनों के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है। यह मामला न केवल आर्थिक मुआवजे का है, बल्कि उन यात्रियों की सुरक्षा से भी जुड़ा है जो अपनी जान जोखिम में डालते हुए यात्रा करते हैं। पीड़ित परिजनों का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल मुआवजा पाना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसी त्रासदी का सामना न करना पड़े।
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Friday, September 19, 2025
एअर इंडिया विमान हादसा: पीड़ित परिजनों ने बोइंग और हनीवेल पर ठोका मुकदमा.
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