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Saturday, November 22, 2025

हापुड़- राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल पिलखुआ में ‘अपने-अपने राम’ कथा में हुए सम्मिलित, कुमार विश्वास की वाणी ने भावविभोर किया जनसमूह


 


हापुड़। उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल अपने प्रभारी जनपद हापुड़ के पिलखुआ स्थित रामलीला मैदान में आयोजित दिव्य एवं भव्य कार्यक्रम ‘अपने-अपने राम’ (संगीतमय राम कथा) में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम राम की महिमा का रसपान किया और कार्यक्रम में उपस्थित हजारों भक्तों के साथ भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम देखा। यह आयोजन विश्वभर में हिंदी भाषा, भारतीय संस्कृति और राम भक्ति के संवाहक, युग–कवि, लोकजागरण के प्रतीक तथा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथाकार डॉ. कुमार विश्वास द्वारा प्रस्तुत किया गया। जैसे ही उनकी वाणी से राम कथा प्रवाहित हुई, पूरा मैदान भक्तिमय वातावरण से सराबोर हो उठा। उनकी ओजस्वी भाषा, काव्य–छटा और अद्भुत शैली ने उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया। कथा के दौरान हर उम्र के श्रोता मंत्रमुग्ध होकर ‘जय राम’ के उद्घोष में डूबे रहे।



कथा के दौरान मंच से डॉ. कुमार विश्वास ने मंत्री कपिल देव अग्रवाल का हार्दिक स्वागत और सम्मान किया। दूसरी ओर मंत्री अग्रवाल ने भी उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. विश्वास की राम कथा न केवल जनमानस को जोड़ती है, बल्कि राष्ट्रभावना को भी ऊर्जावान बनाती है। उन्होंने कहा कि यह कथा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा द्वारा स्थापित सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के संकल्पों को और मजबूती प्रदान करती है। मंत्री के इस वक्तव्य का उपस्थित जनसमूह ने जोरदार तालियों से स्वागत किया।कार्यक्रम में सांसद अतुल गर्ग, पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, जिला अध्यक्ष नरेश तोमर, कार्यक्रम संयोजक एवं नगर पालिका परिषद अध्यक्ष विभु बंसल, व्यापारी नेता सुरेंद्र अग्रवाल, जिला महामंत्री पुनीत गोयल सहित भारी संख्या में स्थानीय नागरिकों और भक्तों ने उपस्थिति दर्ज कराई। पूरा मैदान श्रद्धा, भक्ति और जयकारों से गूंजता रहा। कथा के समापन तक लोगों का उत्साह चरम पर रहा और सभी ने इसे एक अद्वितीय, भव्य और आध्यात्मिक अनुभव बताया। पिलखुआ में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक चेतना का संदेश लेकर आया, बल्कि समाज को एक सूत्र में बांधने का भी कार्य करता नजर आया।

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