जिला ब्यूरो चीफ संदीप दीक्षित
तिंदवारी (बांदा) 18 अप्रैल स्वामी अवधेशदास जी महाराज ने नाम महिमा कथा महिमा से कथा की शुरुआत की। उन्होंने कहा संत समागम और राम कथा अत्यंत दुर्लभ है, समस्त ग्रंथों का निचोड़ श्री रामचरितमानस में ही है। सभी शास्त्रों का रस श्री रामचरित मानस है। सभी को राम से ही मिलना है, भगवान आवरण से नहीं आचरण से मिलते है। यही संदेश संतों ने संपूर्ण सृष्टि को दिया है। नौ दिवसीय श्री राम कथा के शुभारंभ अवसर पर शुक्रवार की सुबह बड़ी भवानीदाई प्रांगण से कलश यात्रा निकाली गई। गांव भ्रमण के बाद कलश यात्रा मौनीबाबा आश्रम में संपन्न हुई।राम कथा सुनाते हुए स्वामी अवधेशदास जी महाराज ने कहा कि राम की महिमा अपरम्पार है. जीवन का आधार ही राम नाम है. श्रीराम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है और श्री राम की कथा का श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है. श्रीराम की भक्ति मन, वचन और कर्म की शुद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है।भगवान राम के आदर्शों को अपनाने से जीवन धन्य हो जाता है। कथा व्यास अवधेशदास जी महाराज ने कहा कि भगवान राम की कथा का श्रवण करना केवल पुण्य अर्जन नहीं, बल्कि आत्मा को जागृत करने का भी माध्यम है. उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु भागवान राम के आदर्शों को अपनाते हैं, उनका जीवन सार्थक और धन्य हो जाता है. सूर्य, चंद्रमा, अग्नि, वायु सभी में जो शक्ति है, वह राम नाम में समाहित है। गुरु-शिष्य परंपरा पर प्रकाश डालते हुए कथा व्यास ने कहा कि राम नाम का जाप और राम कथा के श्रवण का जब भी मौका मिले, वहां निश्चित रूप से पहुंचें।
इस अवसर पर भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी,शत्रुघ्न द्विवेदी, संदीप द्विवेदी,गंगाबाबू द्विवेदी,संदीप शुक्ला,भूपेंद्र द्विवेदी,रामबाबू तिवारी, शशिकांत शुक्ल,पंकज तिवारी,राजेश द्विवेदी, शिवम द्विवेदी,दीपक शुक्ला, ऋतिक द्विवेदी, इच्छाराम त्रिवेदी, कृष्णकांत तिवारी, कृष्णकुमार द्विवेदी, सचिन द्विवेदी,आयु तिवारी, नितेंद्र द्विवेदी आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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