ब्रिटेन जाते वक्त अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एयरफोर्स वन विमान टकराते-टकराते बचा. दरअसल, ट्रंप का विमान जैसे ही न्यूयॉर्क के ऊपर से उड़ान भरी. वैसे ही रास्ते में एक यात्री विमान आ गया. दोनों विमान के बीच खतरे को देखते हुए तुरंत अलार्म बजाया गया. विमान कंट्रोलर ने तुरंत यात्री विमान के पायलट को फटकार भी लगाई.ब्लूमवर्ग के मुताबिक मंगलवार को ट्रंप अपनी पत्नी मेलेनिया के साथ ब्रिटेन जाने के लिए उड़े. इस दौरान स्पिरिट एयरलाइंस की यात्री विमान करीब आ गई, जिसके बाद कंट्रोलर ने तुरंत स्पिरिट एयरलाइंस के पायलट को विमान मोड़ने और टैब छोड़ने का निर्देश भेजा.
एयर कंट्रोलर ने क्या निर्देश भेजा?
फ्लाइट रडार के मुताबिक ट्रंप और स्पिरिट विमान के बीच सिर्फ 12 किमी की दूरी थी, जिसके बाद एयर कंट्रोल की टीम एक्टिव हो गई. कंट्रोल की टीम ने तुरंत स्पिरिट विमान के पायलट को निर्देश भेजना शुरू किया. इस निर्देश में विमान के पायलट को यह बताया जा रहा है कि आपके पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति का 747 विमान है.एयर कंट्रोलर अपने संदेश में यह भी कह रहे हैं कि आप ध्यान दीजिए. 20 डिग्री दांयी ओर मूव कीजिए, जिससे पीछे आ रहे विमान को उड़ने में कोई कठिनाई न हो. स्पिरिट विमान के प्रवक्ता का कहना है कि पायलट ने सभी निर्देशों का पालन किया और हम सभी यात्रियों को सुरक्षित लेकर उतरे.
ट्रंप के पास कौन सा विमान है?
डोनाल्ड ट्रंप को लाने और ले जाने के लिए बोइंग-747 का दो विमान है, जिसका कोड 28000 और 29000 हैं. इस विमान के लिए वायु सेना पदनाम VC-25A है. ट्रंप को लिए आरक्षित इस विमान को एयरफोर्स-वन नाम दिया गया है. यह एक टेक्निकल नाम है.डोनाल्ड ट्रंप के इस विमान पर अमेरिका का सिंबल और राष्ट्रीय ध्वज लगा होता है. व्हाइट कलर के इस विमान की असीमित रेंज है. यह हवा में ही ईंधन भरने में सक्षम है. यह विमान हमले की स्थिति में तुरंत मोबाइल कमांड सेंटर के रूप में भी काम कर सकता है.

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