मुजफ्फरनगर। मंगलवार को मुजफ्फरनगर जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त का हस्तांतरण कार्यक्रम पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। जिले के बघरा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किसानों और अधिकारियों ने एक साथ देखा। बड़ी संख्या में उपस्थित किसानों ने प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं और कृषि से जुड़े संदेशों को ध्यानपूर्वक सुना। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं से सीधे अवगत कराना और उन्हें तकनीकी रूप से सक्षम बनाना रहा।लाइव प्रसारण के तुरंत बाद जनपद स्तरीय रबी वर्कशॉप, सेमिनार, मेला और गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उप कृषि निदेशक प्रमोद सिरोही एवं कृषि विज्ञान केन्द्र बघरा के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सिंह ने संयुक्त रूप से की। गोष्ठी में कृषि विभाग के विभिन्न अधिकारी और विशेषज्ञ मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत किसानों का स्वागत कर उन्हें रबी सीजन की तैयारियों और नई तकनीकों के बारे में जागरूक करने से हुई।
उप कृषि निदेशक ने अपने संबोधन में किसानों को फार्म रजिस्ट्री की अनिवार्यता के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए चीनी मिलों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं, जहाँ किसान बिना किसी परेशानी के अपनी फार्म रजिस्ट्री करा सकते हैं। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही प्रमुख योजनाओं, सब्सिडियों और नवाचार कार्यक्रमों की भी जानकारी साझा की, ताकि अधिक से अधिक किसान सरकारी लाभों का लाभ उठा सकें।कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. विरेंद्र सिंह ने किसानों को फसलों में लगने वाली प्रमुख बीमारियों, उनकी पहचान और रोकथाम के लिए अपनाई जाने वाली वैज्ञानिक तकनीकों पर विस्तार से बताया। उन्होंने रबी मौसम में गेहूँ, जौ, चना, सरसों और अन्य प्रमुख फसलों की बेहतर पैदावार के लिए उन्नत विधियों की जानकारी भी दी। किसानों को खेत तैयार करने से लेकर सिंचाई, उर्वरक प्रबंधन और कीट नियंत्रण तक सभी विषयों पर महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए गए।
गोष्ठी के दौरान किसानों ने अपनी समस्याएँ खुलकर रखीं। उप कृषि निदेशक ने सभी प्रश्नों को गंभीरता से सुनकर उनका समाधान भी किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग किसानों के साथ हर कदम पर खड़ा है और उनकी समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण किया जाएगा।कार्यक्रम के अंत में उप कृषि निदेशक ने सभी अधिकारियों, वैज्ञानिकों और किसानों का धन्यवाद करते हुए गोष्ठी के सफल आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम किसानों को नई जानकारी देने और कृषि क्षेत्र में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होते हैं। धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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